रासायनिक अभिक्रया के प्रकार:-
Hello friends welcome back My Blog दोस्तों पिछले Aricle में हमनें जाना था कि रासायनिक अभिक्रया क्या होती है? और कैसे लिखते है? वह Part 1 था तो आज हमारा Topic है रासायनिक अभिक्रया के प्रकार हिन्दी में Notes Class-10 ,Part-2
रासायनिक अभिक्रया के प्रकार-
· संयोजन अभिक्रिया
·
वियोजन अभिक्रिया या
अपघटन अभिक्रिया
·
विस्थापन अभिक्रिया
·
द्विविस्थापन अभिक्रिया
· उपचयन एवं अपचयन अभिक्रिया
इस Part हम इतने प्रकार के रासायनिक अभिक्रिया के बारे में जानकारी लेना है। इस सभी को एक-एक करके हम विस्तार में समझने की कोशिश करते है।
संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction) -:
ऐसी अभिक्रिया जिसमें दो या दो से अधिक
अभिकारक (Reactants) मिलकर एक उत्पाद का
निर्माण करते है, संयोजन
अभिक्रिया कहलाता है।उदाहरण- कैल्सियम ऑक्साइड जल के साथ तीव्रता से
अभिक्रिया करके कैल्सियम हाइड्राक्साइड का निर्माण करे अधिक मात्रा में उष्मा
उत्पन्न करता है।
CaO + H2O → Ca(OH)2
+ ऊष्माइस अभिक्रिया में उत्पाद के निर्माण के
साथ-साथ उष्मा भी उत्पन्न होती है। ऐसी अभिक्रिया जिसमें उष्मा भी उत्पन्न हो
उष्माक्षेपी रासायनिक अभिक्रिया कहते है।
महत्वपूर्ण जानकारीं
कैल्सियम ऑक्साइड CaO को बिना बुझा हुआ चुना (Quick lime) भी कहा जाता है।
कैल्सियम हाइडॉक्साइड Ca(OH)2 को बुझा हुआ चुना (Slaked lime) भी कहा जाता है।
वियोजन अभिक्रिया या अपघटन अभिक्रिया (Decompostition Reactio) -:
ऐसा रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एक अभिकारक
टुटकर छोटे-छोटे उत्पाद प्रदान करता है वियोजन (अपघटन) अभिक्रिया कहलाता है।
उदाहरण- FeSO4 → Fe2
O3 (s) + SO2 (g) + SO3
(g)फेरस सल्फेट को गर्म करने पर यह फेरिक
ऑक्साइड, सल्फर
डाइऑक्साइड तथा सल्फर ट्राइऑक्साइड में वियोजित हे जाता है।
इसी प्रकार दुसरा उदाहरण में कैल्सियम
कार्बोनेट को ऊष्मा देने पर कैल्सियम ऑक्साइड तथा कार्बन डाईऑक्साइड में वियोजन
होना भी वियोजन अभिक्रिया है।
CaCO3
(s) → CaO(s)
+ CO2 (g)
विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction)
ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें अधिक
क्रियाशील तत्व कम क्रियाशील तत्व को विस्थापित कर दे, विस्थापन अभिक्रिया कहलाता है।
उदाहरण- Fe(s) + CuSO4
(aq) → FeSO4
इस अभिक्रिया में लोहे ने कॉपर सल्फेट के
विलयन से विस्थापित कर दिया।
द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction)
एक ऐसी अभिक्रिया जिसमें अभिकारकों के बीच
आयनों का आदान-प्रदान होता है उन्हें द्विविस्थापन अभिक्रिया कहते है।
उदाहरण- Na2
SO4 (aq) + BaCl2 +(aq) → BaSO4
(s) + NaCl (aq)
उपचयन एवं अपचयन अभिक्रियां (Oxidation and Reductin Reaction)
उपचयन :- अभिक्रिया के
समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो हम उसको उपचयन कहते है।
उदाहरण- गर्म कॉपर
आक्साइड के ऊपर हाइड्रोजन गैस प्रवाहित की जाए तो काली परत भुरे रंग में परिवर्तित
हो जाती है।
CuO + H2 → Cu + H2O
अपचयन- जबकि अभिक्रिया के
समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन का हा्रस होता है तो हम कहते कि उसको अपचयन कहते
है।
उदाहरण- कॉपर चुर्ण को
गर्म करने पर इसकी सतह पर कॉपर आक्साइड की काली परत चढ़ जाती है।
2Cu + O2 → 2CuO
PDF Notes Download Here

इस अभिक्रिया में उत्पाद के निर्माण के साथ-साथ उष्मा भी उत्पन्न होती है। ऐसी अभिक्रिया जिसमें उष्मा भी उत्पन्न हो उष्माक्षेपी रासायनिक अभिक्रिया कहते है।
महत्वपूर्ण जानकारीं
कैल्सियम ऑक्साइड CaO को बिना बुझा हुआ चुना (Quick lime) भी कहा जाता है।
कैल्सियम हाइडॉक्साइड Ca(OH)2 को बुझा हुआ चुना (Slaked lime) भी कहा जाता है।
कैल्सियम ऑक्साइड CaO को बिना बुझा हुआ चुना (Quick lime) भी कहा जाता है।
कैल्सियम हाइडॉक्साइड Ca(OH)2 को बुझा हुआ चुना (Slaked lime) भी कहा जाता है।
वियोजन अभिक्रिया या अपघटन अभिक्रिया (Decompostition Reactio) -:
ऐसा रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एक अभिकारक
टुटकर छोटे-छोटे उत्पाद प्रदान करता है वियोजन (अपघटन) अभिक्रिया कहलाता है।
इसी प्रकार दुसरा उदाहरण में कैल्सियम कार्बोनेट को ऊष्मा देने पर कैल्सियम ऑक्साइड तथा कार्बन डाईऑक्साइड में वियोजन होना भी वियोजन अभिक्रिया है।
CaCO3 (s) → CaO(s) + CO2 (g)
विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction)
ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें अधिक क्रियाशील तत्व कम क्रियाशील तत्व को विस्थापित कर दे, विस्थापन अभिक्रिया कहलाता है।
इस अभिक्रिया में लोहे ने कॉपर सल्फेट के विलयन से विस्थापित कर दिया।
द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction)
एक ऐसी अभिक्रिया जिसमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान-प्रदान होता है उन्हें द्विविस्थापन अभिक्रिया कहते है।
उदाहरण- Na2 SO4 (aq) + BaCl2 +(aq) → BaSO4 (s) + NaCl (aq)
उपचयन एवं अपचयन अभिक्रियां (Oxidation and Reductin Reaction)
उपचयन :- अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो हम उसको उपचयन कहते है।
उदाहरण- गर्म कॉपर
आक्साइड के ऊपर हाइड्रोजन गैस प्रवाहित की जाए तो काली परत भुरे रंग में परिवर्तित
हो जाती है।
CuO + H2 → Cu + H2O
अपचयन- जबकि अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन का हा्रस होता है तो हम कहते कि उसको अपचयन कहते है।
उदाहरण- कॉपर चुर्ण को गर्म करने पर इसकी सतह पर कॉपर आक्साइड की काली परत चढ़ जाती है।
2Cu + O2 → 2CuO
PDF Notes Download Here
![]() |
0 टिप्पणियाँ